HOW MUCH YOU NEED TO EXPECT YOU'LL PAY FOR A GOOD BHOOT KI KAHANI

How Much You Need To Expect You'll Pay For A Good bhoot ki kahani

How Much You Need To Expect You'll Pay For A Good bhoot ki kahani

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Bhoot ki kahani

उसके बाद मैं बाइक चलने के साथ-साथ इधर उधर की बाते कर रहा था और वो बड़े प्यार से मेरे हर सवालो का जवाब दे रही थी । सच कहो तो मुझे भी उनसे बात करने में अच्छा लग रहा था और मैं इस छोटे से सफर मैं उनसे काफी घुल-मिल गया था ।

par mujhe bloody merry mere sape me aker mili thi… vo mera khun mang rahi thi… or me kuch bhi nhi bol pa rha tha.. usne mere hath ki nas kat di or mera khoon pi liya or usne mujhe apne jaisa bna diya, fir me uske sath gayb hoker jangal uske ghar aa gya usne mujhe ksis bachhe ka khul diya or pine k liye kha… vo bachha mujhe jana pehchana lag rha tha.

और वह नाश्ता मंगा कर खाने लगे .और उनको याद आया कि मेरे पास नींबू मिठाई भी रखी हुई है। तो उन्होंने उसे भी खा लिया .

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चुड़ैल की कहानी और पंडित जी यह एक अंधेरी और तूफानी रात थी. बारिश ज़ोरों से हो रही थी और हवाएं तेज़ चल रही थीं. […]

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रमेश ने उस आदमी को बुलाने की कोशिश की तो वह भागने लगा। रमेश भी उसके पीछे भागने लगा और वह आदमी अचानक से पटरी की तरफ भागने लगा और गायब हो गया। रमेश अपना बैलेंस नहीं बना पाया और पृथ्वी पर गिर गया। उसने ट्रेन की आवाज सुनी और घबरा गया।

उस औरत ने कहा की वह घरेलु हिंसा का शिकार हुई है और उसके पति ने उसकी हत्या करके इसी जंगल में दफना दिया है। और तबसे उसकी आत्मा इस घर में कैद हो गई है। यह सुनकर गौरब ने उस आत्मा की मदद करने का सोचा और उससे वादा किया की वह उसे मुक्ति दिलाकर कर रहेगा।

जब गौरब घर के पास पहुँचा, तब उसे बहुत ठंड लग रही थी। घर बिखरा हुआ था, जिसमें टूटे हुए खिड़कियाँ थीं और एक दरवाजा था, जो खोलने पर जोर से आवाज करता था। गौरब सबधाणी से दरवाजा खोला और घर में दाखिल हुआ।

दिन जंगल हो या . शमशान हो या फिर कोई कब्रिस्तान हो । वो जानबूझकर वहां पर घूमते रहते थे ।

Most effective horror Tale in hindi for teenagers: गौरब हिमालय के पास के छोटे से गांव में रहता था। उसके गांव के आसपास घने जंगल थे और एक छोटी सि नदी भी पास थी। रात को जंगलों में घूमने वाली आत्माओं और भूतों की कहानियों को सुनते-सुनते गौरब बड़ा हुआ था।

बहुत पहले की बात है,कोई पचास साल पहले राजस्थान के किसी गांव में एक चरवाहा रहता था। वह कुछ अपनी, कुछ दूसरों की भेड़ बकरियां चरा कर गुजारा करता था। खेती उसके पास थी तो किन्तु बस नाम ...

लेकिन जब से मेरी मां के साथ ऐसा हादसा हुआ था । तब से मां को थोड़ी भूलने की बीमारी और थोडी डरने की बीमारी हो गई ।और एक कमरे में बंद रहने लगी । क्योंकि बाहर अभी भी चाची की आत्मा दिखाई देती है । लोग बोलते हैं कि यह असत्य है। लेकिन जिसके ऊपर बीतती है । वही जानता है । bhoot ki kahaniya

पमिनाबहन जिस मकान में रहती थीं उस मकान में अचानक अजीबो-गरीब घटनायेँ होने लगीं। जैसे कि –

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